नाजायज संबंध छिपाने के लिए सौतेली मां ने 5 साल के मासूम को मार डाला

सरधना क्षेत्र के कपसाड़ गांव में गुरुवार को हुई सनसनीखेज वारदात से लोग कांप उठे। सौतेली मां ने पांच साल के मासूम बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी और उसकी लाश को बेड में छिपा दिया। दादी को शक हुआ तो महिला से पूछताछ की गई। उसने हत्या कुबूलते हुए करीब चार घंटे बाद बेड से लाश को बरामद कराया। पुलिस ने आरोपी महिला और उसके देवर को गिरफ्तार  कर लिया है।



खुलासा हुआ कि बच्चे ने सौतेली मां और चाचा को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। भेद खुलने के डर से दोनों ने उसे मार दिया। कपसाड़ निवासी सुप्रभात उपाध्याय असम में मजदूरी करता है। उसकी पहली पत्नी एक वर्ष पूर्व उसे छोड़कर चली गई थी। जिससे उसे पांच वर्षीय पुत्र आयुष्मान था। इसके बाद सुप्रभात ने बागपत के टीकरी कस्बा निवासी प्रिया उर्फ भूरी से दूसरी शादी कर ली। गांव में प्रिया, बेटा आयुष्मान और सास शशि रह रहे थे। आयुष्मान गांव के ही पब्लिक स्कूल में एलकेजी में पढ़ता था। गुरुवार सुबह दादी शशि ने उसे स्कूल भेजा और जंगल चली गई।


करीब साढ़े 10 बजे आयुष्मान स्कूल से वापस आया। आरोप है कि इसी दौरान उसकी सौतेली मां प्रिया ने उसको पहले पीटा। फिर गला दबाकर हत्या कर दी। शव को बेड के अंदर बॉक्स में छुपा दिया। जंगल से वापस आई दादी ने आयुष्मान के बारे में प्रिया से पूछा तो उसने बाहर खेलने जाने की बात कही। काफी देर बाद वह नहीं आया तो दादी शशि बच्चे की तलाश में निकल पड़ी। मोहल्ले के लोगों ने आयुष्मान को घर में ही अंतिम बार देखने की बात कही। प्रिया पर शक हुआ तो वह छत से कूदकर भागने लगी। कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया।


पिटाई करते हुए सख्ती से पूछताछ की तो उसने मासूम आयुष्मान की हत्या की बात कुबूल कर ली। प्रिया ने लाश को बेड के बॉक्स से बरामद करा दिया। पुलिस ने प्रिया और उसके देवर को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसपी देहात अविनाश पांडेय ने बताया कि आयुष्मान ने अपनी सौतेली मां प्रिया और चाचा शुभम को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इस पर उन्होंने भेद खुलने के डर से बच्चे को मारकर बेड के अंदर छिपा दिया। दोनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।


बेड में मासूम का शव देख कांप गए लोग


जिस मासूम को गांव के सभी लोग उसकी दादी संग मिलकर तलाश कर रहे थे, उसका शव घर में ही उसकी सौतेली मां के बेड के भीतर मिला। शव को चादर में लपेटकर अंदर डाला गया था। जिसने भी यह खौफनाक मंजर देखा तो उसका क लेजा कांप उठा। मौके पर मौजूद हर शख्स मासूम की लाश देखकर रो पड़ा। दादी गुमसुम हो गई और घंटों तक बच्चे को अपनी गोदी में लेकर रोती रही। पांच साल के आयुष्मान के गले और चेहरे पर चोट के निशान थे, जो उसके साथ हुई दरिंदगी को बयां कर रहे थे। 


आयुष्मान अपनी दादी का लाड़ला था। दादी ही उसका पूरा ख्याल रखती थीं। गुरुवार सुबह भी दादी ने ही उसे तैयार कर स्कूल भेजा और खुद जंगल में काम करने चली गई। जंगल से आने के बाद सबसे पहले दादी ने प्रिया उर्फ भूरी से आयुष्मान के बारे में पूछा। जब वह कहीं दिखाई नहीं दिया तो वह उसे तलाश करने गांव में निकल गई। काफी तलाश के बाद भी जब वह नहीं मिला तो दादी को चिंता सताने लगी। कुछ देर बाद मामला खुला और आयुष्मान का शव बेड में होने का पता चला तो सभी के पांव तले जमीन खिसक गई। बेड खोला तो इसमें मासूम का शव चादर में लिपटा हुआ पड़ा था


पहले पीटा, गाल पर काटा, फिर घोट गला
मासूम आयुष्मान की हत्या बेरहमी से की गई। हत्या से पहले उसके साथ मारपीट की गई। मारपीट के निशान उसके चेहरे पर शरीर पर साफ दिखाई पड़ रहे थे। उसके गाल पर काटने का निशान भी था। दांतों के निशान गाल पर गढ़े हुए थे। 


सौतेली मां के चेहरे पर शिकन तक नहीं
आयुष्मान की हत्या के बाद प्रिया के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। पुलिस उसे थाने लाई तो उसने तबीयत खराब का बहाना बनाया। उसे सीएचसी में भर्ती कराया गया। बाद में उसे फिर थाने लाकर बैठा दिया। प्रिया आठ माह की गर्भवती है।


छत से किया भागने का प्रयास


सौतेली मां ने भांडा फूटने के बाद पड़ोसी के घर कूदकर वहां से भागने का प्रयास किया। पड़ोसी प्रदीप ने उसे पकड़ा और अपने घर के बाहर कुंडी लगा दी। पुलिस ने प्रदीप के घर से ही प्रिया को हिरासत में लिया।


सबका लाडला था पर वो करती थी नफरत


ग्रामीणों के अनुसार शादी के बाद से ही प्रिया आयुष्मान से नफरत करती थी। वह उसका ख्याल भी नहीं रखती थी। उसकी देखभाल का जिम्मा दादी पर ही था। परिवार के सभी सदस्य आयुष्मान को काफी लाड़-प्यार करते थे।